
पंचतिक्त क्वाथ का परिचय
पंचतिक्त क्वाथ पांच प्रमुख जड़ी-बूटियों को मिलाकर तैयार की गई एक प्राचीन आयुर्वेदिक औषधि है। यह रक्त विकारों, पाचन समस्याओं के उपचार और प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करने में विशेष रूप से उपयोगी है। यह क्वाथ शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने के लिए जाना जाता है, जिससे व्यक्ति अधिक स्वस्थ और सक्रिय रह सकता है।
सामग्री

क्षुद्र (कण्टकारी) – 1 भाग
अमृत (गुडुची) – 1 भाग
नागर (सुंथी) – 1 भाग
पौष्कर (पुष्कर) – 1 भाग
किराततिक्त – 1 भाग
प्रक्षेप द्रव्य: शहद
चिकित्सीय उपयोग
ज्वर (बुखार)
संक्रमण के साथ त्वचा रोग
शक्तिशाली एंटीवायरल और एंटी-बैक्टीरियल जड़ी बूटी।
रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है।
इसका उपयोग मलेरिया बुखार के साथ कम्पन, जीर्ण ज्वर, तीसरे और चौथे दिन के बुखार और अनियमित बुखार के उपचार में भी किया जाता है।
इन जड़ी-बूटियों का अद्भुत मिश्रण न केवल शरीर के अंदर की सफाई करता है बल्कि ऊर्जा भी प्रदान करता है। इसे रोजाना एक कप पीने की सलाह दी जाती है, अधिमानतः सुबह में।
खुराक
आयुर्वेदिक चिकित्सक द्वारा निर्देशित भोजन से पहले 12 – 14 मिली।
सावधानियाँ
हालाँकि, इसका सेवन करते समय कुछ दुष्प्रभावों को ध्यान में रखना चाहिए। गर्भवती महिलाओं या जो लोग विशेष चिकित्सा उपचार से गुजर रहे हैं, उन्हें इसे लेने से पहले डॉक्टर से परामर्श करना चाहिए।
संदर्भ
चक्रदत्त, ज्वरचिकित्सा : 132